पंद्रह दिनों में यूपी बोर्ड परीक्षा की तीन करोड़ कॉपियों का होगा मूल्यांकन, एक माह में रिजल्ट की तैयारी
यूपी बोर्ड की वर्ष 2025 की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाओं की कॉपियों का मूल्यांकन 19 मार्च से शुरू होने जा रहा है। बोर्ड ने दो अप्रैल तक मूल्यांकन कार्य पूरा होने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
इन पंद्रह दिनों में तकरीबन तीन करोड़ कॉपियों का मूल्यांकन किया जाएगा।
मूल्यांकन पूरा होने के बाद एक माह में परिणाम घोषित करने की तैयारी है। ऐसे में मई की शुरुआत में यूपी बोर्ड परीक्षाफल जारी कर सकता है। इस बीच कॉपियां संकलन केंद्रों से मूल्यांकन केंद्रों तक पहुंचने लगीं हैं। प्रदेश भर में बनाए गए 261 केंद्रों में सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में मूल्यांकन कराए जाने की तैयारी है। मुख्य नियंत्रक व उप नियंत्रक को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है कि केंद्र में मूल्यांकन से संबंधित व्यक्ति के अलावा कोई अन्य बाहरी व्यक्ति प्रवेश न कर पाए।
अगर किसी बाहरी व्यक्ति ने प्रवेश किया तो संबंधित के खिलाफ उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम, 2024 की सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी, जिसमें एक करोड़ रुपये जुर्माना व आजीवन कारावास, दोनों सजा का प्रावधान है। यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने उप नियंत्रकों को निर्देश दिए हैं कि सभी मूल्यांकन कक्षों में वॉयस रिकॉर्डर युक्त सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
दूसरी ओर, 20 अंकों की वस्तुनिष्ठ परीक्षा के लिए प्रयोग की जा रही ओएमआर शीट संबंधित कंप्यूटर फर्मों तक पहुंचाने का कार्य तीन चरणों में चार मार्च से शुरू कराया चुका है, जो 18 मार्च को पूरा हो जाएगा। एक तरफ केंद्रों में कॉपियों का मूल्यांकन होगा तो इसके साथ ही ओएमआर शीट का मूल्यांकन भी जारी रहेगा, ताकि परीक्षाफल समय से तैयार किया जा सके।
प्रथम चरण में 24 फरवरी से तीन मार्च तक की परीक्षाओं की ओएमआर शीट छह मार्च को कंप्यूटर फर्मों उपलब्ध कराई जा चुकी है। वहीं, दूसरे चरण में चार से नौ मार्च तक की परीक्षाओं की ओएमआर शीट 12 मार्च को कंप्यूटर फर्मों तक पहुंचाई जा चुकी है और तीसरे चरण में 10 से 12 मार्च तक की परीक्षाओं की ओएमआर शीट 18 मार्च को कंप्यूटर फर्मों को प्राप्त करा दी जाएगी।
सचिव भगवती सिंह ने बताया कि दो अप्रैल तक सभी कॉपियों का मूल्यांकन पूरा कर लेने का लक्ष्य है। इस दौरान तकरीबन तीन करोड़ कॉपियों का मूल्यांकन किया जाना है। मूल्यांकन पूरा होने के बाद रिजल्ट तैयार करने में लगभग एक माह का वक्त लगेगा। गुणवत्तापूर्ण मूल्यांकन के लिए सभी तैयारियां कर ली गईं हैं।
पंद्रह दिनों में यूपी बोर्ड परीक्षा की तीन करोड़ कॉपियों का होगा मूल्यांकन, एक माह में रिजल्ट की तैयारी
यूपी बोर्ड की वर्ष 2025 की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाओं की कॉपियों का मूल्यांकन 19 मार्च से शुरू होने जा रहा है। बोर्ड ने दो अप्रैल तक मूल्यांकन कार्य पूरा होने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
इन पंद्रह दिनों में तकरीबन तीन करोड़ कॉपियों का मूल्यांकन किया जाएगा।
मूल्यांकन पूरा होने के बाद एक माह में परिणाम घोषित करने की तैयारी है। ऐसे में मई की शुरुआत में यूपी बोर्ड परीक्षाफल जारी कर सकता है। इस बीच कॉपियां संकलन केंद्रों से मूल्यांकन केंद्रों तक पहुंचने लगीं हैं। प्रदेश भर में बनाए गए 261 केंद्रों में सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में मूल्यांकन कराए जाने की तैयारी है। मुख्य नियंत्रक व उप नियंत्रक को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है कि केंद्र में मूल्यांकन से संबंधित व्यक्ति के अलावा कोई अन्य बाहरी व्यक्ति प्रवेश न कर पाए।
अगर किसी बाहरी व्यक्ति ने प्रवेश किया तो संबंधित के खिलाफ उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम, 2024 की सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी, जिसमें एक करोड़ रुपये जुर्माना व आजीवन कारावास, दोनों सजा का प्रावधान है। यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने उप नियंत्रकों को निर्देश दिए हैं कि सभी मूल्यांकन कक्षों में वॉयस रिकॉर्डर युक्त सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था सुनिश्चित करें।
दूसरी ओर, 20 अंकों की वस्तुनिष्ठ परीक्षा के लिए प्रयोग की जा रही ओएमआर शीट संबंधित कंप्यूटर फर्मों तक पहुंचाने का कार्य तीन चरणों में चार मार्च से शुरू कराया चुका है, जो 18 मार्च को पूरा हो जाएगा। एक तरफ केंद्रों में कॉपियों का मूल्यांकन होगा तो इसके साथ ही ओएमआर शीट का मूल्यांकन भी जारी रहेगा, ताकि परीक्षाफल समय से तैयार किया जा सके।
प्रथम चरण में 24 फरवरी से तीन मार्च तक की परीक्षाओं की ओएमआर शीट छह मार्च को कंप्यूटर फर्मों उपलब्ध कराई जा चुकी है। वहीं, दूसरे चरण में चार से नौ मार्च तक की परीक्षाओं की ओएमआर शीट 12 मार्च को कंप्यूटर फर्मों तक पहुंचाई जा चुकी है और तीसरे चरण में 10 से 12 मार्च तक की परीक्षाओं की ओएमआर शीट 18 मार्च को कंप्यूटर फर्मों को प्राप्त करा दी जाएगी।
सचिव भगवती सिंह ने बताया कि दो अप्रैल तक सभी कॉपियों का मूल्यांकन पूरा कर लेने का लक्ष्य है। इस दौरान तकरीबन तीन करोड़ कॉपियों का मूल्यांकन किया जाना है। मूल्यांकन पूरा होने के बाद रिजल्ट तैयार करने में लगभग एक माह का वक्त लगेगा। गुणवत्तापूर्ण मूल्यांकन के लिए सभी तैयारियां कर ली गईं हैं।