यूपी में 'मौसम' का सबसे बड़ा 'खेल'! IMD का 'खतरनाक' अलर्ट: 7 जुलाई को छाने वाला है 'मॉनसून का महा-तूफान'?
UP Weather Today: गर्मी और उमस से बेहाल उत्तर प्रदेश के लाखों लोग आसमान की तरफ़ टकटकी लगाए बैठे हैं कि आखिर कब उन्हें इस चिपचिपी घुटन से मुक्ति मिलेगी। लेकिन सावधान। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 7 जुलाई, सोमवार के लिए जो 'खतरनाक' पूर्वानुमान जारी किया है, उसे जानकर आपकी रातों की नींद उड़ सकती है।
यह सिर्फ़ हल्की-फुल्की बारिश की बात नहीं है, बल्कि 'मौसम का सबसे बड़ा खेल' शुरू होने वाला है, जो पूरे प्रदेश का मिज़ाज पल भर में बदल देगा। क्या मॉनसून अब 'तूफान' बनकर दस्तक देने वाला है? किन शहरों में बरसेगी आफत, और कहाँ मिलेगी राहत? IMD ने 'येलो अलर्ट' जारी कर दी है, जिसका मतलब है कि अगले 24 घंटों में कुछ ऐसा होने वाला है, जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। तैयार हो जाइए, क्योंकि आपके शहर का 'आसमानी खेल' अब बस शुरू ही होने वाला है।
यूपी पर मंडराया 'मॉनसून का खतरा': इन जिलों में 'तबाही' का अलर्ट
सोमवार, 7 जुलाई को उत्तर प्रदेश के मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। IMD के ताजा पूर्वानुमान के अनुसार, प्रदेश के पश्चिमी और मध्य हिस्सों में मॉनसून अब और अधिक सक्रिय होने वाला है। कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ-साथ कुछ स्थानों पर 'भारी से बहुत भारी बारिश' की भी आशंका जताई गई है। खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत और मेरठ जैसे तराई क्षेत्रों में 'येलो अलर्ट' जारी किया गया है, जिसका मतलब है कि यहाँ ज़बरदस्त बारिश और बिजली गिरने की आशंका है। इसके अलावा, बुंदेलखंड और पूर्वांचल के भी कई जिलों जैसे बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, महोबा, झांसी, ललितपुर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली और पीलीभीत में भी भीषण वर्षा का अनुमान है। IMD ने लोगों को अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है, क्योंकि इस मौसमी परिवर्तन से जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
राजधानी लखनऊ का 'चौंकाने वाला' हाल: क्या मिलेगी उमस से मुक्ति?
अगर बात करें राजधानी लखनऊ की, तो यहाँ भी सोमवार का दिन मौसम के 'लुका-छिपी' के खेल के साथ शुरू होगा। रविवार को दिन भर धूप-छांव और चिपचिपाती गर्मी ने लोगों को खूब परेशान किया, लेकिन अब सोमवार के लिए हल्की राहत की उम्मीद है। मौसम विभाग के अनुसार, 7 जुलाई को लखनऊ में आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। दिन का अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का पूर्वानुमान है। हवा में नमी का स्तर 90 से 60 फीसदी तक बना रहेगा, जिससे उमस अभी भी परेशान कर सकती है। हालांकि, कुछेक इलाकों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना है, जो थोड़ी देर के लिए ही सही, गर्मी से राहत दिला सकती है। प्रशासन को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटा जा सके।
IMD की 'सख़्त चेतावनी': आकाशीय बिजली और जलभराव का डर
IMD ने 7 जुलाई को यूपी के दोनों संभागों, पश्चिमी और पूर्वी, में भारी बारिश के साथ बिजली कड़कने और वज्रपात गिरने की भी आशंका जताई है। यह 'खतरे की घंटी' है, क्योंकि वज्रपात से जानमाल का नुकसान हो सकता है। लोगों को खुले मैदानों, पेड़ों या ऊँचे टावरों के नीचे जाने से बचने की सलाह दी गई है। मोबाइल चार्ज करते समय या इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल करते समय भी विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है। खेतों में या जलभराव वाले इलाकों में काम करने वाले किसानों और ग्रामीणों को भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है। यह समय बेवजह बाहर निकलने का नहीं है, बल्कि घरों में सुरक्षित रहने का है। प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है और संबंधित विभागों को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
मॉनसून का 'बदला मिज़ाज': आगे क्या होगा?
जुलाई की शुरुआत के साथ ही उत्तर भारत में मॉनसून ने रफ्तार पकड़ ली है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अगले पाँच दिनों तक भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। हालांकि, पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश की गतिविधियां फिलहाल धीमी हो गई हैं और अगले तीन-चार दिनों तक केवल हल्की बूंदाबांदी या बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। यह मॉनसून का 'बदलता मिज़ाज' है, जो कहीं राहत तो कहीं आफत बनकर बरस रहा है। आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि मॉनसून का यह 'खतरनाक खेल' यूपी के जनजीवन पर क्या असर डालता है। लेकिन फिलहाल, 7 जुलाई को सतर्क रहना और IMD की चेतावनी का पालन करना बेहद ज़रूरी है, ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।