Primary ka master: 2004 विशिष्ट बीटीसी शिक्षकों की बहाल होगी पुरानी पेंशन

Imran Khan
By -
0
 2004 विशिष्ट बीटीसी शिक्षकों की बहाल होगी पुरानी पेंशन

 Akhil Bhartiya rashtriy shaikshik mahasangh 

 अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के बरिष्ट राष्ट्रीय उपध्यक्ष एवं उप्र के संगठन मंत्री महेन्द्र कुमार जी सहित संगठन के प्रतिनिधि मंडल द्वारा प्रदेश के शिक्षकों की महत्वपूर्ण समस्याओं के निस्तारण में आ रही बाधा हेतु मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत कराते हुए समाधान की माँग की वार्ता के क्रम में मुख्य रूप से केन्द्र सरकार के ३ मार्च २०२३ तथा तत्पश्चात उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी मेमोरेण्डम के दायरे में आ रहे विशिष्ट बीटीसी २००४ बैच या समकक्ष को पुरानी पेंशन प्रदान करने की माँग की गई जिसे मुख्यमंत्री नें स्वीकार्य करते हुए आवश्यक कार्यवाही हेतु अधिकारियों को निर्देशित करने का आश्वासन दिया अन्य कई महत्वपूर्ण विन्दुओं पर भी सकारात्मक वार्ता हुई*

Akhil Bhartiya rashtriy shaikshik mahasangh

*प्रान्तीय नेतृत्व के हवाले से उक्त जानकारी देते हुए राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रान्तीय संयुक्त मंत्री सिद्धार्थनगर के जिलाध्यक्ष आदित्य कुमार शुक्ल नें बताया कि वर्ष 2004 में जारी विज्ञापन से चयनित हजारों शिक्षक जिन्हें मात्र 6 माह प्रशिक्षण के बाद नियुक्ति प्राप्त होनी थी तत्कालीन उच्चाधिकारियों की लापरवाही से लगभग 2 साल बाद नियुक्त हो सके थे इसी दौरान पुरानी पेंशन योजना बंद कर दी गई तभी से यह शिक्षक लगातार सदन से सड़क और न्यायालय तक अपनी मांगको पूरा करने के लिए आवाज उठाते रहे हैं अन्य विभाग में भी ऐसे तमाम कर्मचारी नियुक्त रहे हैं इन सभी की पीड़ा को समझते हुए केंद्र सरकार ने तथा उसी क्रम में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भी स्पष्ट शासनादेश जारी कर दिया कि जिनकी नियुक्ति का विज्ञापन पुरानी पेंशन योजना बंद होने के पूर्व की है भले ही नियुक्ति बाद में मिली हो उन्हें पुरानी पेंशन दिया जाएगा इसके बावजूद कुछ तकनीकी बाधाओं से अधिकारी स्पष्ट निर्णय नहीं ले पा रहे थे जिस संबंध में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रांतीय पदाधिकारी गण ने मुख्यमंत्री को अवगत करायाऔर आज इस प्रकरण का सकारात्मक समाधान करते हुए पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने का स्पष्ट आश्वासन मुख्यमंत्री द्वारा संगठन के प्रतिनिधि मंडल को प्राप्त हुआ प्रदेश के हजारों शिक्षक कर्मचारियों में हर्ष एवं उल्लास है /

Post a Comment

0 Comments

Post a Comment (0)