डायट प्रवक्ता परिषदीय स्कूलों की परखेंगे शैक्षिक गुणवत्ता
Education quality inspected by diet lecturer
आजमगढ़,संवाददाता। परिषदीय स्कूलों की शिक्षा की गुणवत्ता एवं छात्रों में गुणात्मक सुधार का आंकलन डायट के प्रवक्ता करेंगे। इसके साथ ही बच्चों की उपस्थित, ठहराव आदि की भी निगरानी करेंगे।
डायट प्रवक्ता को प्रत्येक माह में दस-दस विद्यालयों का पर्यवेक्षण करना है। ग्रीष्मावकाश की छुट्टी खत्म होने के बाद डायट प्रवक्ता स्कूलों पर पहुंचेंगे। जिले में 2706 परिषदीय और 22 कस्तूरबा विद्यालय हैं। इन विद्यालयों में अकादमी गतिविधियों में शिथिलता बरतने, समय-सारणी का सही पालन न होने समेत अन्य खामियों को दूर करने के लिए जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में पांच सदस्यीय टीम का गठन किया गया है। इसमें डायट प्राचार्य, एक वरिष्ठ प्रवक्ता, दो प्रवक्ता (इनमें एक महिला प्रवक्ता) और तकनीकी सहायक शामिल हैं।
Education quality inspected by diet lecturer |
परिषदीय स्कूलों में बच्चों के नामांकन, ठहराव और बच्चों की शैक्षिक गुणवक्ता में सहयोग एवं मार्ग दर्शन के लिए डायट प्रवक्ता विद्यालय के शिक्षकों का सहयोग करेंगे। डायट प्रवक्ता को प्रत्येक माह दस-दस विद्यालयों के अनुश्रवण की जिम्मेदारी दी गई है। जिसे लेकर शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद की ओर से डायट प्राचार्य को निर्देश दिये गए हैं। ग्रीष्मावकाश के बाद विद्यालयों में अनुश्रवण किया जाना है। विद्यालय अनुश्रवण की व्यवस्था को और सशक्त और प्रभावी बनाने के लिए शिक्षकों और बच्चों की उपस्थिति एवं आधारभूत संरचना के साथ-साथ ही शैक्षणिक वातावरण का भी सघन अनुश्रवण किया जाएगा। सहयोगात्मक पर्यवेक्षक ऐप पर सूचनाएं होगी दर्ज परिषदीय स्कूलों की शैक्षिक गुणवत्ता आदि की रिपोर्ट डायट प्रवक्ता सहयोगात्मक पर्यवेक्षक ऐप पर अपलोड करेंगे। जिससे शासन की तरफ से आकंलन किया जायेगा। कितने स्कूलों में शैक्षिक सुधार हुआ है। कोट ग्रीष्मावकाश के बाद विद्यालय खुलने के साथ ही जिले की सभी विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता और विद्यार्थियों में गुणात्मक सुधार को लेकर अनुश्रवण कार्य होगा। इसके लिए डायट पर टीम का गठन किया गया है। अमरनाथ राय, डायट प्राचार्य
Read more news like this on
livehindustan.com