इसरो जैसे संस्थानों के जरिये बच्चों में बढ़ाएंगे वैज्ञानिक सोच, राष्ट्रीय आविष्कार अभियान के तहत बेसिक शिक्षा विभाग की पहल
श्रीहरिकोटा, भारतीय विज्ञान संस्थान और आईआईटी का भी कराएंगे भ्रमण
लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों के बच्चों में विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए पहली बार भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), श्रीहरिकोटा, भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी), आईआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों का भ्रमण कराया जाएगा। इसके लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से बच्चे चुने जाएंगे।
प्रदेश में कक्षा छह से आठ के बच्चों में जिज्ञासा आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने, वैज्ञानिक सोच के विकास के लिए राष्ट्रीय आविष्कार अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत हर ब्लॉक से 100-100 छात्रों को प्रदेश में साइंस पार्क, आईआईटी, उद्योग, स्टार्टअप संस्थानों का भ्रमण कराया जाता है। 2025-26 में हर जिले से दो (कुल 150) बच्चों को अब अंतरराष्ट्रीय महत्व के संस्थानों बंगलूरू स्थित आईआईएससी, श्रीहरिकोटा, अहमदाबाद स्थित इसरो की प्रयोगशाला, देश के प्रतिष्ठित आईआईटी कराया जाएगा।
त्रिस्तरीय चयन प्रक्रिया
छात्रों के चयन की त्रिस्तरीय व्यवस्था होगी। पहले विद्यालय स्तर, फिर ब्लॉक व जिला स्तर पर क्विज और मॉडल प्रदर्शनी का आयोजन होगा। इसमें पहले व दूसरे स्थान पर आने वाले (हर जिले से दो) छात्रों को इन संस्थानों के भ्रमण पर ले जाया जाएगा। पिछले साल की तरह इस सत्र में भी हर ब्लॉक से 100-100 छात्रों को प्रदेश के प्रतिष्ठित संस्थानों का भ्रमण कराया जाएगा। इसके लिए जिला स्तर पर प्रदर्शनी होगी।
मंडल स्तर पर बनेंगे साइंस पार्क
बेसिक शिक्षा विभाग शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से प्रदेश में मंडल स्तर पर साइंस पार्क विकसित करेगा। मंत्रालय ने प्रति पार्क चार करोड़ का बजट स्वीकृत किया है। एक एकड़ भूमि में बनने वाले इन पार्कों में सौर मंडल प्रदर्शनी, भूकंप सिम्यूलेटर, न्यूटन का कैडल (पालना), मौसम केंद्र आदि बनाया जाएगा। इनसे छात्रों में वैज्ञानिक समझ का विकास करने में मदद मिलेगी /