UP Board Result 2025: फाइनल हो गई डेट, इस तारीख को जारी होगा यूपी बोर्ड का रिजल्ट; ये रहेगी टाइमिंग
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा-2025 का परिणाम 25 अप्रैल को यूपी बोर्ड मुख्यालय प्रयागराज से जारी किया जाएगा। पहली बार होगा कि परीक्षा परिणाम जारी किए जाने के बाद अंकपत्र/प्रमाणपत्र डिजिलॉकर पर उपलब्ध कराया जाएगा।
इसके बाद पूर्व की तरह विद्यालयों के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा। हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए 54.38 लाख छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे। परीक्षा 24 फरवरी से 12 मार्च तक कराई गई थी। इसके लिए 8140 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। 3.02 लाख छात्र-छात्राओं ने परीक्षा छोड़ दी थी।
क्या रहेगी टाइमिंग?
रिजल्ट जारी होने की टाइमिंग भी सामने आ चुकी है। रिजल्ट 12.30 बजे घोषित किया जाएगा उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन 19 मार्च से दो अप्रैल तक 261 केंद्रों पर कराया गया। निर्धारित अवधि में कुल 2.84 करोड़ उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन पूरा कर लिया गया था।
पहली बार यह परीक्षा उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम-2024 के तहत कराई गई थी, जिसमें नकल कराने वालों के विरुद्ध एक करोड़ रुपये जुर्माना एवं आजीवन कारावास तक की सजा का प्रविधान है। परीक्षा के दौरान इस अधिनियम के तहत प्रदेश भर में कुल 113 मुकदमे दर्ज किए गए थे।
UP Board Result 2025: फाइनल हो गई डेट, इस तारीख को जारी होगा यूपी बोर्ड का रिजल्ट; ये रहेगी टाइमिंग
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा-2025 का परिणाम 25 अप्रैल को यूपी बोर्ड मुख्यालय प्रयागराज से जारी किया जाएगा। पहली बार होगा कि परीक्षा परिणाम जारी किए जाने के बाद अंकपत्र/प्रमाणपत्र डिजिलॉकर पर उपलब्ध कराया जाएगा।
इसके बाद पूर्व की तरह विद्यालयों के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा। हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए 54.38 लाख छात्र-छात्राएं पंजीकृत थे। परीक्षा 24 फरवरी से 12 मार्च तक कराई गई थी। इसके लिए 8140 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। 3.02 लाख छात्र-छात्राओं ने परीक्षा छोड़ दी थी।
क्या रहेगी टाइमिंग?
रिजल्ट जारी होने की टाइमिंग भी सामने आ चुकी है। रिजल्ट 12.30 बजे घोषित किया जाएगा उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन 19 मार्च से दो अप्रैल तक 261 केंद्रों पर कराया गया। निर्धारित अवधि में कुल 2.84 करोड़ उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन पूरा कर लिया गया था।
पहली बार यह परीक्षा उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) अधिनियम-2024 के तहत कराई गई थी, जिसमें नकल कराने वालों के विरुद्ध एक करोड़ रुपये जुर्माना एवं आजीवन कारावास तक की सजा का प्रविधान है। परीक्षा के दौरान इस अधिनियम के तहत प्रदेश भर में कुल 113 मुकदमे दर्ज किए गए थे।