Public Holiday - 28 मार्च की सार्वजनिक छुट्टी का आदेश हुआ जारी, इस कारण बंद रहेंगे स्कूल-कॉलेज और दफ्तर

Imran Khan
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Public Holiday - 28 मार्च की सार्वजनिक छुट्टी का आदेश हुआ जारी, इस कारण बंद रहेंगे स्कूल-कॉलेज और दफ्तर

Public Holiday: इस मार्च महीने में सार्वजनिक अवकाशों का एक लंबा सिलसिला चलने वाला है, जिसमें स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालयों सहित अनेक संस्थान बंद रहेंगे. इन छुट्टियों की शुरुआत 28 मार्च से हो रही है, जब जिलाधिकारी ने सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है.

इसके बाद 30 मार्च को चेटी चंद्र और 31 मार्च को ईद उल फितर की छुट्टियां होंगी.


28 मार्च को अवकाश की वजह

उत्तर प्रदेश शासन सामान्य प्रशासन अनुभाग, लखनऊ की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, 28 मार्च को रमजान के अंतिम शुक्रवार को अलविदा जुम्मा की नमाज पढ़ी जाएगी जिसके लिए जिलाधिकारी गौरांग राठी के हस्ताक्षर से अवकाश घोषित किया गया है. इस दिन सभी सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश रहेगा. यह दिन विशेष रूप से समुदाय के लोगों के लिए महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इस दिन वे विशेष प्रार्थना और उपासना करते हैं.

चेटी चंद्र का त्योहार

30 मार्च को चेटी चंद्र का पर्व मनाया जाएगा, जो सिंधी समाज के लोगों का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है. इस दिन सभी सरकारी कार्यालय, स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे. यह त्यौहार झूलेलाल के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है और इसे बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है और लोग अपने घरों में विशेष पकवान बनाते हैं

ईद उल फितर की छुट्टी

अंत में, 31 मार्च या 1 अप्रैल को ईद उल फितर का अवकाश होगा, जो चांद दर्शन के आधार पर तय की जाएगी. यह त्यौहार मुस्लिम समुदाय के लिए बेहद खास होता है, क्योंकि इस दिन वे एक महीने तक चलने वाले रोज़े के समापन की खुशियाँ मनाते हैं. सभी सरकारी कार्यालय, स्कूल, कॉलेज और यहाँ तक कि बैंक और भारतीय जीवन बीमा निगम की शाखाएँ भी इस दिन बंद रहेंगी.

अवकाशों का सामाजिक और आर्थिक प्रभाव

ये अवकाश न केवल सामाजिक संबंधों को मजबूत करते हैं बल्कि स्थानीय व्यापारियों के लिए भी खास मौके लेकर आते हैं. त्यौहारों के दौरान खरीदारी और उपहारों की खरीद में बढ़ोतरी होती है, जिससे स्थानीय बाजारों में चहल-पहल बढ़ जाती है. इससे अर्थव्यवस्था को भी बल मिलता है.

अवकाशों के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था

सार्वजनिक अवकाशों के दौरान, प्रशासन द्वारा सुरक्षा और व्यवस्था के विशेष प्रबंध किए जाते हैं. पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां इस बात का खास ख्याल रखती हैं कि

त्यौहारों के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो. सभी जगहों पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की जाती है और यातायात की व्यवस्था को भी सुनिश्चित किया जाता है.

इस प्रकार, मार्च महीने में अनेक अवकाशों की घोषणा ने सभी के लिए उत्साह और उल्लास का माहौल बना दिया है. यह समय सामाजिक समरसता और आपसी भाईचारे को बढ़ाने का भी अवसर प्रदान करता है, जिससे हमारे समाज में एकता और सद्भावना मजबूत होती है.

Public Holiday - 28 मार्च की सार्वजनिक छुट्टी का आदेश हुआ जारी, इस कारण बंद रहेंगे स्कूल-कॉलेज और दफ्तर

Public Holiday: इस मार्च महीने में सार्वजनिक अवकाशों का एक लंबा सिलसिला चलने वाला है, जिसमें स्कूल, कॉलेज, सरकारी कार्यालयों सहित अनेक संस्थान बंद रहेंगे. इन छुट्टियों की शुरुआत 28 मार्च से हो रही है, जब जिलाधिकारी ने सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है.

इसके बाद 30 मार्च को चेटी चंद्र और 31 मार्च को ईद उल फितर की छुट्टियां होंगी.


28 मार्च को अवकाश की वजह

उत्तर प्रदेश शासन सामान्य प्रशासन अनुभाग, लखनऊ की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, 28 मार्च को रमजान के अंतिम शुक्रवार को अलविदा जुम्मा की नमाज पढ़ी जाएगी जिसके लिए जिलाधिकारी गौरांग राठी के हस्ताक्षर से अवकाश घोषित किया गया है. इस दिन सभी सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश रहेगा. यह दिन विशेष रूप से समुदाय के लोगों के लिए महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इस दिन वे विशेष प्रार्थना और उपासना करते हैं.

चेटी चंद्र का त्योहार

30 मार्च को चेटी चंद्र का पर्व मनाया जाएगा, जो सिंधी समाज के लोगों का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है. इस दिन सभी सरकारी कार्यालय, स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे. यह त्यौहार झूलेलाल के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है और इसे बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है और लोग अपने घरों में विशेष पकवान बनाते हैं

ईद उल फितर की छुट्टी

अंत में, 31 मार्च या 1 अप्रैल को ईद उल फितर का अवकाश होगा, जो चांद दर्शन के आधार पर तय की जाएगी. यह त्यौहार मुस्लिम समुदाय के लिए बेहद खास होता है, क्योंकि इस दिन वे एक महीने तक चलने वाले रोज़े के समापन की खुशियाँ मनाते हैं. सभी सरकारी कार्यालय, स्कूल, कॉलेज और यहाँ तक कि बैंक और भारतीय जीवन बीमा निगम की शाखाएँ भी इस दिन बंद रहेंगी.

अवकाशों का सामाजिक और आर्थिक प्रभाव

ये अवकाश न केवल सामाजिक संबंधों को मजबूत करते हैं बल्कि स्थानीय व्यापारियों के लिए भी खास मौके लेकर आते हैं. त्यौहारों के दौरान खरीदारी और उपहारों की खरीद में बढ़ोतरी होती है, जिससे स्थानीय बाजारों में चहल-पहल बढ़ जाती है. इससे अर्थव्यवस्था को भी बल मिलता है.

अवकाशों के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था

सार्वजनिक अवकाशों के दौरान, प्रशासन द्वारा सुरक्षा और व्यवस्था के विशेष प्रबंध किए जाते हैं. पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां इस बात का खास ख्याल रखती हैं कि

त्यौहारों के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो. सभी जगहों पर अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की जाती है और यातायात की व्यवस्था को भी सुनिश्चित किया जाता है.

इस प्रकार, मार्च महीने में अनेक अवकाशों की घोषणा ने सभी के लिए उत्साह और उल्लास का माहौल बना दिया है. यह समय सामाजिक समरसता और आपसी भाईचारे को बढ़ाने का भी अवसर प्रदान करता है, जिससे हमारे समाज में एकता और सद्भावना मजबूत होती है.

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