यूपी बोर्ड का कर्मचारी बन नंबर बढ़वाने के लिए मांगे पैसे
यूपी बोर्ड की वर्ष 2025 की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन पूरा हो चुका है। रिजल्ट तैयार करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। वहीं, इन सबके बीच साइबर ठग सक्रिय हो गए हैं।
अभिभावकों को फोन करके नंबर बढ़वाने को पैसे मांगे जा रहे हैं। ऐसा करने वाले खुद को यूपी बोर्ड का कर्मचारी बता रहे हैं।
ताजा मामला प्रयागराज का है, जहां एक अभिभावक के पास फोन करके यूपी बोर्ड की परीक्षा में उनके बच्चे के नंबर बढ़वाने के लिए पैसे की मांग की गई। फोन करने वाले ने खुद को यूपी बोर्ड का कर्मचारी बताया। शिकायत यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह तक पहुंची तो उन्होंने मामले की जांच कराई। जांच में पता चला कि फोन करने वाला यूपी बोर्ड का कर्मचारी नहीं था।
किसी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल कर ऐसा तरीका अपनाया कि अभिभावक भी यह आसानी से मान लें कि फोन करने वाला यूपी बोर्ड का कर्मचारी है। उसे पैसे देने से काम हो जाएगा। इस घटना से साफ हो गया है कि यूपी बोर्ड परीक्षा में परीक्षार्थियों या उनके अभिभावकों को नंबर बढ़वाने या पास कराने का लालच देकर उनसे रुपये ऐंठने वाले साइबर ठग सक्रिय हो गए हैं।
मामले की जांच में पता चला कि किसी ने फर्जी कर्मचारी बनकर एक अभिभावक को फोन किया था। पिछले कुछ वर्षों में नंबर बढ़वाने या पास करवाने के नाम पर साइबर ठगी के मामले सामने आते रहे हैं। ऐसी घटनाओं के प्रति लोगों को सचेत भी किया जाता रहा है। यूपी बोर्ड की ओर से परीक्षार्थियों व अभिभावकों को सलाह है कि साइबर ठगों के जाल में न फंसें और किसी प्रलोभन में न आएं। ऐसे फोन कॉल्स आने पर उसकी सूचना तत्काल अपने जनपद के जिला विद्यालय निरीक्षक को दें।
-भगवती सिंह, सचिव यूपी बोर्ड
यूपी बोर्ड का कर्मचारी बन नंबर बढ़वाने के लिए मांगे पैसे
यूपी बोर्ड की वर्ष 2025 की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन पूरा हो चुका है। रिजल्ट तैयार करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। वहीं, इन सबके बीच साइबर ठग सक्रिय हो गए हैं।
अभिभावकों को फोन करके नंबर बढ़वाने को पैसे मांगे जा रहे हैं। ऐसा करने वाले खुद को यूपी बोर्ड का कर्मचारी बता रहे हैं।
ताजा मामला प्रयागराज का है, जहां एक अभिभावक के पास फोन करके यूपी बोर्ड की परीक्षा में उनके बच्चे के नंबर बढ़वाने के लिए पैसे की मांग की गई। फोन करने वाले ने खुद को यूपी बोर्ड का कर्मचारी बताया। शिकायत यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह तक पहुंची तो उन्होंने मामले की जांच कराई। जांच में पता चला कि फोन करने वाला यूपी बोर्ड का कर्मचारी नहीं था।
किसी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल कर ऐसा तरीका अपनाया कि अभिभावक भी यह आसानी से मान लें कि फोन करने वाला यूपी बोर्ड का कर्मचारी है। उसे पैसे देने से काम हो जाएगा। इस घटना से साफ हो गया है कि यूपी बोर्ड परीक्षा में परीक्षार्थियों या उनके अभिभावकों को नंबर बढ़वाने या पास कराने का लालच देकर उनसे रुपये ऐंठने वाले साइबर ठग सक्रिय हो गए हैं।
मामले की जांच में पता चला कि किसी ने फर्जी कर्मचारी बनकर एक अभिभावक को फोन किया था। पिछले कुछ वर्षों में नंबर बढ़वाने या पास करवाने के नाम पर साइबर ठगी के मामले सामने आते रहे हैं। ऐसी घटनाओं के प्रति लोगों को सचेत भी किया जाता रहा है। यूपी बोर्ड की ओर से परीक्षार्थियों व अभिभावकों को सलाह है कि साइबर ठगों के जाल में न फंसें और किसी प्रलोभन में न आएं। ऐसे फोन कॉल्स आने पर उसकी सूचना तत्काल अपने जनपद के जिला विद्यालय निरीक्षक को दें।
-भगवती सिंह, सचिव यूपी बोर्ड