एआरपी के 80 पद के लिए 230 शिक्षकों ने किया आवेदन ARP VACANCY

Imran Khan
By -
0

एआरपी के 80 पद के लिए 230 शिक्षकों ने किया आवेदन

बदायूं। परिषदीय विद्यालयों को निपुण बनाने और शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के उद्देश्य से जिले के 16 ब्लॉकों में पांच-पांच एकेडमिक रिसोर्स पर्सन यानी एआरपी का चयन होना है। उसमें कुल 80 एआरपी के लिए अब तक जिले के 230 शिक्षकों ने आवेदन किया है।


इनकी योग्यता के आधार पर परीक्षा कराकर एआरपी के पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।
जनपद में 2155 परिषदीय विद्यालय हैं। बीते वर्ष इन विद्यालयों में दो लाख 91 हजार छात्र-छात्राएं नामांकित थे। इस बार भी नामांकन की प्रक्रिया चल रही है। विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाए रखने और स्कूल को निपुण बनाने के लक्ष्य से शिक्षकों को एआरपी बनाने की कवायद तेज हो गई है। इस बीच शिक्षकों से डाक के माध्यम से आवेदन मांगे थे।


बीएसए वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया की कि प्रत्येक ब्लॉक में पांच-पांच एआरपी को नियुक्त किया जाएगा। जनपद में 80 एआरपी की नियुक्ति होनी है। ऐसे में 80 पदों के लिए 231 आवेदन आए हैं। उनकी योग्यता परखने के लिए अगले सप्ताह तक राजकीय इंटर कॉलेज में परीक्षा कराई जाएगी। उसके बाद परिणाम घोषित कर एआरपी के पदों पर नियुक्त करेंगे। बताया कि 31 मार्च को एआरपी का कार्यकाल समाप्त हो गया था।


परिषदीय स्कूलों को निपुण बनाने के उद्देश्य से एआरपी तैनात किए गए थे। अब तक जिले के 1234 विद्यालय निपुण बन भी चुके हैं। हर साल एआरपी का चयन प्रदर्शन के आधार पर होता है। प्रत्येक ब्लॉक में हिंदी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान व अंग्रेजी के एआरपी का चयन होता है। स्कूलों को निपुण बनाने के साथ ही जिला स्तरीय प्रशिक्षण भी दिया जाता है। बताया कि प्रत्येक एआरपी को दिन में दो स्कूलों का निरीक्षण करना होता है।

एआरपी के 80 पद के लिए 230 शिक्षकों ने किया आवेदन

बदायूं। परिषदीय विद्यालयों को निपुण बनाने और शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के उद्देश्य से जिले के 16 ब्लॉकों में पांच-पांच एकेडमिक रिसोर्स पर्सन यानी एआरपी का चयन होना है। उसमें कुल 80 एआरपी के लिए अब तक जिले के 230 शिक्षकों ने आवेदन किया है।


इनकी योग्यता के आधार पर परीक्षा कराकर एआरपी के पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी।
जनपद में 2155 परिषदीय विद्यालय हैं। बीते वर्ष इन विद्यालयों में दो लाख 91 हजार छात्र-छात्राएं नामांकित थे। इस बार भी नामांकन की प्रक्रिया चल रही है। विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाए रखने और स्कूल को निपुण बनाने के लक्ष्य से शिक्षकों को एआरपी बनाने की कवायद तेज हो गई है। इस बीच शिक्षकों से डाक के माध्यम से आवेदन मांगे थे।


बीएसए वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया की कि प्रत्येक ब्लॉक में पांच-पांच एआरपी को नियुक्त किया जाएगा। जनपद में 80 एआरपी की नियुक्ति होनी है। ऐसे में 80 पदों के लिए 231 आवेदन आए हैं। उनकी योग्यता परखने के लिए अगले सप्ताह तक राजकीय इंटर कॉलेज में परीक्षा कराई जाएगी। उसके बाद परिणाम घोषित कर एआरपी के पदों पर नियुक्त करेंगे। बताया कि 31 मार्च को एआरपी का कार्यकाल समाप्त हो गया था।


परिषदीय स्कूलों को निपुण बनाने के उद्देश्य से एआरपी तैनात किए गए थे। अब तक जिले के 1234 विद्यालय निपुण बन भी चुके हैं। हर साल एआरपी का चयन प्रदर्शन के आधार पर होता है। प्रत्येक ब्लॉक में हिंदी, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान व अंग्रेजी के एआरपी का चयन होता है। स्कूलों को निपुण बनाने के साथ ही जिला स्तरीय प्रशिक्षण भी दिया जाता है। बताया कि प्रत्येक एआरपी को दिन में दो स्कूलों का निरीक्षण करना होता है।

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)