शिक्षकों के मोबाइल बंद, छात्रों के प्रयोगात्मक परीक्षा के नंबर अटके
यूपी बोर्ड में लिखित से पहले प्रायोगिक परीक्षा होगी। वाराणसी और मिर्जापुर में दूसरे और अंतिम चरण में प्रयोगात्मक परीक्षाएं कराई जा रही हैं। परीक्षा आठ फरवरी यानी आज तक होगी। वाराणसी में 247 विद्यालयों और मिर्जापुर में 162 विद्यालयों को सेंटर बनाया गया है।
परीक्षकों की गलती से विद्यार्थियों को प्रयोगात्मक परीक्षाओं में नंबर नहीं मिल पा रहा है, क्योंकि परीक्षकों ने जो मोबाइल नंबर बोर्ड ऑफिस को दिया था, वह नंबर बंद हो गया है। इससे वे मोबाइल एप पर लॉग इन नहीं कर पा रहे हैं। परिषद इस बार परीक्षा के लिए नया नियम लाया है। इसके लिए बोर्ड का विशेष मोबाइल एप है, जो केवल परीक्षा केंद्र के 200 मीटर के दायरे में काम करता है।
परीक्षकों को छात्रों के साथ सेल्फी लेना और नंबर देते समय प्रधानाचार्य की मौजूदगी जरूरी है। परीक्षकों के नंबर से लॉगइन के बाद ओटीपी आता है। लेकिन फोन नंबर सही न होने से ओटीपी नहीं आ रहा है।
विद्यालय और परीक्षकों माध्यमिक शिक्षा परिषद उप्र के क्षेत्रीय कार्यालय वाराणसी में अपना मोबाइल नंवर वदलवाने के लिए आवेदन कर रहे है। माध्यमिक शिक्षा परिषद क्षेत्रीय कार्यालय के उप सचिव साहव सिंह यादव ने बताया कि 300 से अधिक परीक्षकों ने मोवाइल नंबर बदलने के लिए आवेदन किया है। विद्यालयों से भी बात हो रही है। मोवाइल नंबर सही नहीं होने तक परीक्षक एप पर लॉगइन नहीं कर पाएंगे। इससे छात्रों को नंबर भी नहीं मिलेंगे।
शिक्षकों के मोबाइल बंद, छात्रों के प्रयोगात्मक परीक्षा के नंबर अटके
यूपी बोर्ड में लिखित से पहले प्रायोगिक परीक्षा होगी। वाराणसी और मिर्जापुर में दूसरे और अंतिम चरण में प्रयोगात्मक परीक्षाएं कराई जा रही हैं। परीक्षा आठ फरवरी यानी आज तक होगी। वाराणसी में 247 विद्यालयों और मिर्जापुर में 162 विद्यालयों को सेंटर बनाया गया है।
परीक्षकों की गलती से विद्यार्थियों को प्रयोगात्मक परीक्षाओं में नंबर नहीं मिल पा रहा है, क्योंकि परीक्षकों ने जो मोबाइल नंबर बोर्ड ऑफिस को दिया था, वह नंबर बंद हो गया है। इससे वे मोबाइल एप पर लॉग इन नहीं कर पा रहे हैं। परिषद इस बार परीक्षा के लिए नया नियम लाया है। इसके लिए बोर्ड का विशेष मोबाइल एप है, जो केवल परीक्षा केंद्र के 200 मीटर के दायरे में काम करता है।
परीक्षकों को छात्रों के साथ सेल्फी लेना और नंबर देते समय प्रधानाचार्य की मौजूदगी जरूरी है। परीक्षकों के नंबर से लॉगइन के बाद ओटीपी आता है। लेकिन फोन नंबर सही न होने से ओटीपी नहीं आ रहा है।
विद्यालय और परीक्षकों माध्यमिक शिक्षा परिषद उप्र के क्षेत्रीय कार्यालय वाराणसी में अपना मोबाइल नंवर वदलवाने के लिए आवेदन कर रहे है। माध्यमिक शिक्षा परिषद क्षेत्रीय कार्यालय के उप सचिव साहव सिंह यादव ने बताया कि 300 से अधिक परीक्षकों ने मोवाइल नंबर बदलने के लिए आवेदन किया है। विद्यालयों से भी बात हो रही है। मोवाइल नंबर सही नहीं होने तक परीक्षक एप पर लॉगइन नहीं कर पाएंगे। इससे छात्रों को नंबर भी नहीं मिलेंगे।