परिषदीय स्कूलों में होंगे पुरातन छात्र सम्मेलन, स्कूलों की सूरत चमकाने को ली जाएगी मदद, विद्यांजलि पोर्टल हो रहा पंजीकरण Basic Education Department

Imran Khan
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परिषदीय स्कूलों में होंगे पुरातन छात्र सम्मेलन, स्कूलों की सूरत चमकाने को ली जाएगी मदद, विद्यांजलि पोर्टल हो रहा पंजीकरण

लखनऊ: निजी स्कूलों की तर्ज पर परिषदीय विद्यालयों में भी पुरातन छात्र सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। निजी स्कूलों की तर्ज पर सत्र के अंत में अनिवार्य रूप से इसका आयोजन होगा। ऐसे पूर्व छात्र जो विभिन्न क्षेत्रों में अच्छे पदों पर काम कर रहे हैं, उन्हें आमंत्रित किया जाएगा। पूर्व छात्रों की मदद से विद्यालयों की सूरत चमकाने का कार्य किया जाएगा। वहीं विद्यांजलि पोर्टल पर सभी स्कूलों का पंजीकरण कराया जा रहा है।




ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में विद्यालय प्रबंध समिति विद्यालय के आसपास के प्रतिष्ठित लोगों की मदद से पूर्व छात्रों की सूची तैयार करेगी। तमाम पूर्व छात्र अपने विद्यालय की मदद करना चाहते हैं। स्कूलों में फर्नीचर, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर या फिर कमरे इत्यादि बनवाने में उनसे मदद ली जा सकती है।

डाक्टर, इंजीनियर, प्रशासनिक अधिकारी व उद्यमियों इत्यादि से विद्यालयों में विभिन्न जरूरी संसाधनों के लिए मदद ली जाएगी। विद्यांजलि पोर्टल पर सभी 1.33 लाख परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों का पंजीकरण कराया जा रहा है। पोर्टल के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपने घर के पास के सरकारी स्कूल को संसाधन संपन्न बनाने में मदद कर सकता है।

स्कूल शिक्षा महानिदेशालय की ओर से सभी जिलों से विद्यांजलि पोर्टल पर पंजीकृत स्कूलों का ब्योरा मांगा गया है। सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) को निर्देश दिए गए हैं कि हफ्ते भर में शत-प्रतिशत विद्यालयों का पंजीकरण कराया जाए। कम पंजीकरण वाले जिलों के बीएसए से जवाब-तलब किया जाएगा।
परिषदीय स्कूलों में होंगे पुरातन छात्र सम्मेलन, स्कूलों की सूरत चमकाने को ली जाएगी मदद, विद्यांजलि पोर्टल हो रहा पंजीकरण

लखनऊ: निजी स्कूलों की तर्ज पर परिषदीय विद्यालयों में भी पुरातन छात्र सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। निजी स्कूलों की तर्ज पर सत्र के अंत में अनिवार्य रूप से इसका आयोजन होगा। ऐसे पूर्व छात्र जो विभिन्न क्षेत्रों में अच्छे पदों पर काम कर रहे हैं, उन्हें आमंत्रित किया जाएगा। पूर्व छात्रों की मदद से विद्यालयों की सूरत चमकाने का कार्य किया जाएगा। वहीं विद्यांजलि पोर्टल पर सभी स्कूलों का पंजीकरण कराया जा रहा है।




ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में विद्यालय प्रबंध समिति विद्यालय के आसपास के प्रतिष्ठित लोगों की मदद से पूर्व छात्रों की सूची तैयार करेगी। तमाम पूर्व छात्र अपने विद्यालय की मदद करना चाहते हैं। स्कूलों में फर्नीचर, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर या फिर कमरे इत्यादि बनवाने में उनसे मदद ली जा सकती है।

डाक्टर, इंजीनियर, प्रशासनिक अधिकारी व उद्यमियों इत्यादि से विद्यालयों में विभिन्न जरूरी संसाधनों के लिए मदद ली जाएगी। विद्यांजलि पोर्टल पर सभी 1.33 लाख परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों का पंजीकरण कराया जा रहा है। पोर्टल के माध्यम से कोई भी व्यक्ति अपने घर के पास के सरकारी स्कूल को संसाधन संपन्न बनाने में मदद कर सकता है।

स्कूल शिक्षा महानिदेशालय की ओर से सभी जिलों से विद्यांजलि पोर्टल पर पंजीकृत स्कूलों का ब्योरा मांगा गया है। सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) को निर्देश दिए गए हैं कि हफ्ते भर में शत-प्रतिशत विद्यालयों का पंजीकरण कराया जाए। कम पंजीकरण वाले जिलों के बीएसए से जवाब-तलब किया जाएगा।

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