नामांकन न बढ़ाने वाले स्कूलों के शिक्षकों का रूकेगा वेतन
Nomination Of students in school
बेसिक स्कूलों में छात्र संख्या न बढ़ाने वाले स्कूलों के शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाही शुरू हो गई है। बीएसए द्वारा स्कूलवार नामां कन की समीक्षा की गई तो इसमें करीब 200 स्कूल ऐसे निकलकर सामने आए हैं जिनमें छात्र संख्या नहीं बढ़ी है।
बीएसए ने इन शिक्षकों को पूर्व में समय भी दिया था कि वह नामांकन बढ़ा लें मगर कुछ स्कूल संख्या बढ़ा सके। जिन स्कूलों में नामांकन नहीं बढ़ा है वहां शिक्षकों के खिलाफ कार्यवाही जल्द शुरू होने वाली है। चेतावनी देने के बाद भी सुधार नहीं हो सका है। बेसिक शिक्षा विभाग के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में प्रत्येक नए सत्र में स्कूल चलो अभियान के अंतर्गत बच्चों के प्रवेश किए जाते हैं।
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जिले की बात करें तो यहां 16 ब्लॉक में 1869 परिषदीय स्कूल हैं। सत्र 2025-26 में करीब 40 हजार नए बच्चों के प्रवेश अलग-अलग कक्षाओं में हुए हैं। मगर इसमें कुछ स्कूल ऐसे हैं जिनमें कक्षा एक में मात्र एक से दस तक के बीच बच्चों के प्रवेश हुए हैं। स्कूलों द्वारा बच्चों के नामांकन में काफी लापरवाही बरती गई है। बीएसए ने सभी ब्लॉक के बीईओ को निर्देश जारी कर नामांकन की समीक्षा करने के आदेश दिए थे, इसमें पाया गया कि करीब 200 स्कूल ऐसे में हैं जिनमें बच्चों के प्रवेश काफी कम हुए हैं और अलग-अलग कक्षाएं इसमें शामिल हैं। बीईओ से रिपोर्ट मिलने के बाद बीएसए ने इन स्कूलों को चिन्हित कर अब इनके खिलाफ कार्यवाही शुरू कर दी गई है। बताया गया कि पूर्व में इन स्कूलों के शिक्षकों के चेतावनी जारी की गई थी और कोई सुधार नहीं हो पाया। बीएसए ने बताया कि उक्त सभी स्कूलों के शिक्षकों का वेतन रोकने की कार्यवाही की जाएगी। शासन स्तर में भी नामांकन की समीक्षा हुई थी। शिक्षकों की लापरवाही से अभियान जिले में कुछ हद तक फिसड्डी रहा। --- कोट--- जिन स्कूलों में नामांकन नहीं हुए हैं उनकी सूची तैयार हो गई है। शिक्षकों का वेतन रोकनेकी कार्यवाही की जाएगी। अलग-अलग ब्लॉकों से स्कूल इसमें शामिल हैं। लापरवाही बिल्कुल भी बर्दास्त नहीं की जाएगी। -डा. लक्ष्मीकांत पांडे्य, बीएसए
