कस्तूरबा की बालिकाओं की उपलब्धियों को विद्यालय के डिस्प्ले बोर्ड पर किया जाएगा प्रदर्शित
लखनऊ, प्रमुख संवाददाता प्रदेश के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) की बालिकाओं की उपलब्धियों को उनके विद्यालयों के डिस्प्ले बोर्ड पर प्रदर्शित किया जाएगा। ये कस्तूरबा की ऐसी बालिकाएं होंगी जिन्होंने अपने परिश्रम, लगन और प्रतिभा के बल पर समाज में विशेष स्थान अर्जित किया है।
यह कदम बेटियों के आत्मबल, सम्मान और नई पीढ़ी को प्रेरणा देने की दिशा में एक सार्थक प्रयास है। साथ ही, अन्य छात्राओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बन सकेंगी। सफलता की कहानी बताएंगे बोर्ड राज्य परियोजना कार्यालय (बेसिक) द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार, प्रत्येक कस्तूरबा विद्यालय में इस पहल के तहत बोर्ड पर ऐसी छात्राओं के नाम दर्ज किए जाएंगे, जिन्होंने शिक्षा, खेल, कला, समाज सेवा या अन्य क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की हो।
बोर्ड पर छात्रा का नाम, विद्यालय में अध्ययन अवधि और उसकी उपलब्धि का विवरण अंकित रहेगा। हर वर्ष इन बोर्डों को अद्यतन किया जाएगा ताकि विद्यालय की दीवारें अपनी पूर्ववर्ती बालिकाओं की सफलता की कहानी कहती रहें। संयुक्त समिति की संस्तुति पर किया जा रहा अमल यह पहल उत्तर प्रदेश विधान मण्डल की महिला एवं बाल विकास सम्बन्धी संयुक्त समिति की संस्तुति पर अमल में लाई जा रही है। समिति ने वाराणसी, चन्दौली, जौनपुर और कानपुर जिलों के स्थलीय निरीक्षण के उपरांत अपने 23वें प्रतिवेदन में अनुशंसा की थी कि इन विद्यालयों से निकलने वाली विशिष्ट छात्राओं के नाम विद्यालय परिसर में प्रदर्शित किए जाएं। कोट- कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की छात्राएं हमारी शक्ति और प्रेरणा हैं। इन विद्यालयों से निकली हुई बालिकाओं ने परिश्रम और आत्मविश्वास से समाज में विशिष्ट पहचान बनाई है। अब उनकी उपलब्धियों को विद्यालयों के डिस्प्ले बोर्ड पर अंकित किया जाएगा, ताकि हर बेटी को यह महसूस हो कि उसकी मेहनत का सम्मान होता है और उसका नाम आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा। -संदीप सिंह, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री, यूपी
