ITR Filing 2025-26: भरने जा रही हैं इनकम टैक्स रिटर्न तो रुक जाइए! फॉर्म 16 में हुए हैं कई बदलाव, यहां जानें हर छोटी-बड़ी बातें

Imran Khan
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ITR Filing 2025-26: भरने जा रही हैं इनकम टैक्स रिटर्न तो रुक जाइए! फॉर्म 16 में हुए हैं कई बदलाव, यहां जानें हर छोटी-बड़ी बातें

New Form 16 Format: नए फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत 1 अप्रैल से हो गई है। इसकी शुरुआत के साथ ही टैक्सपेयर्स के बीच बीते साल का रिटर्न फाइल करने की तैयारियां भी शुरू हो गई है। इन्हीं तैयारियों और रिटर्न फाइल करने की आखिरी तारिख तक के समय को कुछ लोग टैक्स सीजन भी कहते हैं।


टैक्स सीजन की शुरुआत इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के ITR नोटिफिकेशन जारी करने के बाद से होती है। जहां एक तरफ टैक्सपेयर्स को डिपार्टमेंट के नोटिफिकेशन का इंतजार है, वहीं दूसरी तरफ फॉर्म 16 में बदलाव की जानकारी सामने आई है। जी हां, इस बार फॉर्म 16 के फॉर्मेट में बदलाव हो सकता है। ऐसा कहा जा रहा है कि फॉर्म 16 में बदलाव से आईटीआर फाइल करना आसान हो जाएगा।

सैलरीड एम्पलाई यानी नौकरीपेशा लोगों के लिए फॉर्म 16 एक जरूरी डॉक्यूमेंट होता है। यह डॉक्यूमेंट एम्पलॉयर यानी कंपनी की तरफ से जारी किया जाता है जिसमें सैलरी और सोर्स से कटने वाले टैक्स की जानकारी होती है। इस डॉक्यूमेंट का इस्तेमाल एम्पलाई इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के दौरान करता है। अगर आप सैलरीड एम्पलाई हैं तो इस साल फॉर्म 16 में क्या बदलाव होने वाले हैं यह आपके लिए जानना जरूरी हो जाता है। आइए, यहां जानते हैं कि इस बार फॉर्म 16 में क्या बदलाव हो सकते हैं।

कब जारी होता है फॉर्म 16? (Form 16 Issue Date)

फॉर्म 16 ज्यादातर जून के महीने में जारी किया जाता है। फॉर्म 16 जारी होने के बाद नौकरीपेशा यानी सैलरीड एम्पलाई और ऐसे लोग जिनके अकाउंट्स का ऑडिट नहीं होना है, वह जुलाई की 31 तारीख तक इनकम टैक्स रिटर्न फाइल कर सकते हैं।

फॉर्म 16 में क्या-क्या बदलाव हो सकते हैं? (Form 16 New Changes)

30 अप्रैल को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने ITR-1 और ITR-4 फॉर्म जारी कर दिया है। फॉर्म जारी होने की जानकारी सामने आने के साथ ही ऐसा कहा जा रहा है कि फॉर्म 16 इस बार नए फॉर्मेट में आएगा। आइए, यहां जानते हैं कि फॉर्म 16 में इस बार क्या बदलाव हो सकते हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फॉर्म 16 के नए फॉर्मेट में टैक्स फ्री अलाउंस को क्लियर तरह से देखा जा सकेगा। इसमें कहां टैक्स लगा है, कितना डिडक्शन हुआ है यह भी आसानी से समझा जा सकेगा।

फॉर्म 16 में अब एम्पलॉयर को एम्पलाई की प्रॉपर्टी से हुई कमाई और दूसरे एम्पलॉयर से मिली पेमेंट की डिटेल्स भी देनी होंगी।

फॉर्म 16 में 80C, 80GG और अन्य सेक्शन्स में होने वाले डिडक्शन से रिलेटेड भी फॉर्म में बदलाव हो सकते हैं।

पहले फॉर्म 16 में बेसिक डिटेल्स होती थीं, लेकिन अब इसमें टैक्स में छूट, कटौती और अन्य सभी जानकारियां हो सकती हैं।

फॉर्म 16 के फायदे क्या-क्या हैं? (Benefits of Form 16)

अक्सर लोगों को ऐसा लगता है कि फॉर्म 16 का इस्तेमाल सिर्फ टैक्स रिटर्न भरने के समय होता है। अगर आप भी ऐसा सोचती हैं तो यह गलत है। जी हां, फॉर्म 16 का इस्तेमाल लोन लेने के समय भी होता है। जब आप लोन के लिए अप्लाई करती हैं, तो इनकम प्रूफ के लिए फॉर्म 16 ही मांगा जाता है।

अगर आप विदेश की यात्रा करना चाहती हैं और वीजा के लिए अप्लाी करना है, तब भी फॉर्म 16 ही काम आता है.

नई कंपनी में अप्लाई करने के समय भी सैलरी स्टेटमेंट की जगह कई लोग फॉर्म 16 ही मांगते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि यह एक सरकारी डॉक्यूमेंट होता है।

क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करने के समय भी फॉर्म 16 इनकम प्रूफ के तौर पर काम आ सकता है। बैंक स्टेटमेंट न होने की स्थिति में फॉर्म 16 का इस्तेमाल किया जा सकता है।

हमारी स्टोरी से रिलेटेड अगर कोई सवाल है, तो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे।

Image Credit: Herzindagi and Freepik


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